‘चीजों को सही करने के लिए दवाई देनी पड़ती है’, विरोध के बावजूद ट्रंप का पीछे हटने से इनकार

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वॉशिंगटन। राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने टैरिफ लगाने के फैसले को वापस लेने से साफ मना कर दिया है। गौरतलब है कि ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता का माहौल है और देश में भी उनका विरोध शुरू हो गया है। हालांकि ट्रंप ने अपने फैसले से पीछे हटने से मना कर दिया है और कहा है कि कभी कभी चीजों को सही करने के लिए दवाई देने की जरूरत पड़ती है।

 

‘कई देश हमारे साथ समझौता करना चाहते हैं’
अपने आधिकारिक विमान एयरफोर्स वन में मीडिया के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा कि ‘वह नहीं चाहते कि दुनियाभर के बाजारों में गिरावट आए, लेकिन मैं इसे लेकर चिंतित नहीं हूं। कई बार आपको चीजों को सही करने के लिए दवाई लेनी पड़ती है।’ वहीं ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि टैरिफ लगाने का असर दिखने लगा है और 50 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों ने बातचीत की इच्छा जाहिर की है। ट्रंप ने कहा कि ‘मैंने यूरोपीय, एशियाई, पूरी दुनिया के कई नेताओं से बात की है, वे हमारे साथ समझौता करना चाहते हैं, लेकिन अब हम व्यापार घाटा नहीं सहेंगे और हमने ये बात उन्हें साफ बता दी है।’

पूरी दुनिया के बाजारों में अस्थिरता का माहौल
ट्रंप द्वारा विभिन्न देशों पर लगाए टैरिफ 9 अप्रैल से लागू हो जाएंगे। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि टैरिफ लागू होने के साथ ही नए आर्थिक युग की भी शुरुआत हो सकती है। अमेरिका की वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा कि गलत तरीके से व्यापार करना सही नहीं है और हम देखेंगे कि विभिन्न देश में हमें क्या ऑफर करते हैं, उसके बाद हम आगे का फैसला करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई मंदी नहीं आएगी। बाजार एक दो दिन टैरिफ को लेकर प्रतिक्रिया देगा, लेकिन हमारी कोशिश है कि हम लंबे समय के लिए आर्थिक संबंध बनाएं। ट्रंप भी टैरिफ के मुद्दे पर हो रहे विरोध को लेकर सचेत हैं। रविवार को सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ‘हमारी जीत होगा, लेकिन तब तक हिम्मत बनाए रखें। ये आसान बिल्कुल नहीं होगा।’ ट्रंप ने अपनी कैबिनेट के मंत्रियों को अधिकारियों को भी निर्देश दिया है कि वे टैरिफ लगाने के सरकार के फैसले का बचाव करें और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ने के दावे को खारिज करें।
ट्रंप ने अमेरिका के सहयोगी देशों पर भी टैरिफ लगाए हैं, जिनमें इस्राइल पर भी 17 प्रतिशत टैरिफ लगाया गया है। सोमवार को इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू, व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि गाजा युद्ध के अलावा टैरिफ को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है। वियतनाम पर भी ट्रंप ने भारी भरकम टैरिफ लगाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब वियतनाम की सरकार ने भी अपने टैरिफ घटाने की बात करते हुए अमेरिका के साथ बातचीत की पेशकश की है। इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिका के टैरिफ पर नाराजगी जताई, लेकिन कहा है कि वह इस मुद्दे पर अमेरिकी सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं।

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