पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि तीसरे पीएम की शपथ लेने के 10 दिन के अंदर यहां आने का मुझे सौभाग्य मिला है। नालंदा विश्वविद्यालय हमारी पहचान है। पुस्तकें भले जल जाए लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा पाई। इसकी फिर से स्थापना भारत के स्वर्णिम युग की शुरुआत करने जा रहा है। यह भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा। पीएम मोदी ने कहा कि नालंदा केवल भारत के ही अतीत का पुर्नजागरण नहीं है। इसमें एशिया के कई देशों की विरासत जुड़ी हुई है। इस कार्यक्रम में उपस्थित मेरे मित्र देशों के प्रतिनिधियों का मैं अभिनंदन करता हूं।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री जी को भी अच्छा लग रहा होगा यहां आने से। यह बहुत पौराणिक जगह है। राजगीर दुनिया के पांच धर्मों का संगम स्थल है। सिख धर्म के गुरु नानकदेव भी यहां आए थे। मुस्लिम धर्म के महान संत मखदूम साहब को राजगीर में ही ज्ञान प्राप्त हुआ। हिन्दू धर्म का मलमाल मेला का आयोजन हर तीसरे वर्ष किया जाता है। मान्यता है कि उस वक्त 33 करोड़ देवी-देवता यहीं रहते हैं। यहां गर्म पानी का कुंड है। लाखों लोग यहां नहाने आते हैं। मैं तो बचपन से यहां आता रहा हूं। पीएम मोदी से उन्होंने कहा कि आप आ गए हैं तो बहुत अच्छा हुआ। आपको बहुत अच्छा लगेगा। करोड़ों वर्ष पुराने पहाड़ और जंगल है। इनमें जड़ी-बूटियों का भंडर है। एक से एक दवा यहां से निकलती है। इतना ज्यादा राजगीर का महत्व है। बड़े पैमाने पर ईको टूरिज्म का विकास किया गया है।