राउत ने कहा, ‘आपके पास विधायक या संसद सदस्य हो सकते हैं। अगर ये विधायक और सांसद कल चुनाव हार जाते हैं, तो पार्टी का क्या होगा? पूरा फैसला गलत और पक्षपातपूर्ण है। लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वाला फैसला है।’
उन्होंने आगे कहा कि शरद पवार अभी भी पार्टी के संस्थापक हैं। वह चुनाव आयोग के सामने बैठते थे। चुनाव आयोग जानता है कि वह संस्थापक हैं, फिर भी पार्टी अजित पवार को दी गई है, यह मोदी की गारंटी है।