नई दिल्ली। कश्मीर में कोई भी हलचल होती है तो धड़कने पाकिस्तान की बढ़ जाती हैं। फिर वही कायरना हरकतों पर उतर आता है। कश्मीर में चुनावी सुगबुगाहट से पहले ही आतंकी संगठन दहशहत में आ गए है। आतंकियों ने कश्मीर को दहलाने की धमकी दी है। इसके बाद भारतीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई और उन्होनें सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेताओं को आतंकी निशाना बना सकते हैं। इसके चलते उनकी सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया जा सकता है। खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों के हैंडलर्स ने जम्मू कश्मीर में मौजूद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा समेत तमाम आतंकवादी संगठनों को निर्देश दिया है कि वह आने वाले चुनाव के पहले कश्मीर में तबाही फैला दें। निर्देश के तहत उन्हें कहा गया है की विशेषकर वे कश्मीरी लीडर्स और कार्यकर्ता तथा अन्य लोग जो आने वाले चुनाव में भाग लेना चाहते हैं, उनको अपना निशाना बनाएं। पाकिस्तान में बैठे इन हैंडलर्स ने स्पष्ट कहा है की खास तौर पर भाजपा के लोगों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जाए। पाकिस्तानी प्रशासन की सोच है कि यदि एक बार जम्मू कश्मीर में तबाही का मंजर बनेगा तो स्थानीय लोग और स्थानीय नेता आने वाले चुनाव का बायकॉट करेंगे।
दिलचस्प है कि आतंकवादी संगठन चुनाव में भाग लेने वाले कश्मीरी नेताओं को भी अपना निशाना बनाना चाहते हैं। जबकि उनमें से कुछ नेता उनके लिए जम्मू कश्मीर में खुलकर और छिपकर दोनों तरीकों से उनका साथ देने की कोशिश करते हैं। इसके साथ ही भाजपा के लोगों को इसलिए निशाना बनाने को कहा गया है। क्योंकि पाकिस्तान सरकार को लगता है कि यह राजनीतिक पार्टी जम्मू कश्मीर में चुनाव होने के लिए बड़े पैमाने पर अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को जम्मू कश्मीर भेजेगी। खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने इन आतंकवादियों का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए कमर कस ली है। वहीं स्थानीय खुफिया एजेंसियों को कहा गया है कि वह आतंकवादियों के शरणदाताओं की पहचान करें, जिससे आतंकवादियों को छुपाने का मौका ना मिल सके।
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