नई दिल्ली। लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है. एनआईए ने लंदन में साल 2023 में भारतीय उच्चायोग पर हुए हिंसक हमले के मुख्य आरोपी इंद्रपाल सिंह गाबा को अरेस्ट कर लिया है. हाउंसलो में रहने वाले इंद्रपाल सिंह गाबा पर लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर हिंसक हमले करने का आरोप है. भारतीय उच्चायोग पर हमले के बाद हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान गैरकानूनी कार्रवाइयों से संबंधित 2023 मामले में इंद्रपाल सिंह गाबा को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि पिछले साल 19 मार्च और 22 मार्च, 2023 को लंदन में हुई घटनाएं न केवल भारतीय मिशनों, बल्कि उसके अधिकारियों पर हमले करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।
भारतीय उच्चायोग के सामने किया था हिंसक प्रदर्शन
बता दें कि 22 मार्च 2023 को वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग का तिरंगा उतार दिया था. हालांकि भारतीय डिप्लोमेट्स ने बड़ा तिरंगा भारतीय उच्चायोग में लहराने में सफलता हासिल की थी. अमृतपाल सिंह, उसके साथी र खालिस्तानी समर्थकों ने पुलिस की कार्रवाई के विरोध में इस घटना को अंजाम दिया था. कनाडा में भी इसे लेकर प्रदर्शन हुए थे।
भारत ने आरोपी को गिरफ्तार करने की थी मांग
भारत ने ब्रिटिश सरकार को लंदन में भारत उच्चायोग पर हुई घटना को लेकर पहले ही रिपोर्ट दी थी. भारत सरकार ने प्रदर्शन की खुफिया रिपोर्ट का खुलासा किया था. हालांकि भारत सरकार की सूचना के बावजूद भी लंदन पुलिस घटना स्थल पर देर से पहुंची थी. इस घटना के बाद भारत ने ब्रिटेन की उप उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट को तलब कर पूछा था कि भारतीय उच्चायोग पर क्यों सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गयी थी? रत ने ब्रिटिश सरकार से भारतीय हाई कमीशन को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने और तिरंगे का अपमान करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर सजा देने की मांग उठाई थी।