आतंकवादियों, गैंगस्टरों, ड्रग तस्करों को ठिकाने लगा रही है एनआईए
एजेंसी द्वारा जारी 2023 के आंकड़े बता रहे भारत के दुश्मनों के खिलाफ हुई कार्रवाई के नतीजे
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने साल 2023 में आतंकवादियों, गैंगस्टरों, ड्रग तस्करों को ठिकाने लगाने का लगातार काम किया। इस तरह से एजेंसी ने देश के दुश्मनों के खिलाफ शानदार काम किया है। इतना ही नहीं बल्कि केंद्रीय एजेंसी ने राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करने वाले अन्य अपराधियों के खिलाफ अपनी लड़ाई को अंजाम दिया। जिसके प्रयासों की बदौलत ही ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा में भारतीय उच्चायोगों पर बर्बरता से संबंधित मामलों में 43 संदिग्धों की पहचान की गई। इसके अलावा, हाल के महीनों में इन मामलों की अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए, एजेंसी ने 50 से अधिक छापे मारे और तलाशी ली। एजेंसी ने हमलों के पीछे की साजिश से जुड़े कथित संबंधों के लिए भारत में 80 लोगों से पूछताछ की। साल के अंत की समीक्षा में एनआईए ने कहा कि एजेंसी की तरफ ने कुल सजा दर 94.7 प्रतिशत हासिल की है। एजेंसी ने 625 आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही 156 बैंक खातों सहित 240 संपत्तियों की कुर्की सुनिश्चित की। इन संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 56 करोड़ रुपये है।
एनआईए ने कहा कि 2023 में भारत भर में गिरफ्तारियों में 28 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। यह 2022 में 490 से बढ़कर इस वर्ष 625 हो गई। जबकि इस साल आईएस मामलों में 65 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। एजेंसी ने जिहादी आतंकी मामलों में 114, मानव तस्करी में 45, आतंकवादी और संगठित आपराधिक गतिविधि में 28 और वामपंथी उग्रवाद-संबंधी मामलों में 76 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एजेंसी ने 2023 में 68 मामले दर्ज किए, जिनमें कई राज्यों में जिहादी आतंक से संबंधित 18, जम्मू-कश्मीर से संबंधित तीन, वामपंथी उग्रवाद से संबंधित 12, पंजाब में आतंकवादी और संगठित अपराधों से संबंधित सात, उत्तर-पूर्व क्षेत्र से संबंधित पांच मामले और फर्जीवाड़े से संबंधित दो मामले शामिल हैं।
इसी तरह एनआईए मामलों में आरोपपत्र दाखिल और दोषी ठहराए गए लोगों की संख्या क्रमशः 513 और 74 थी। वहीं, 2022 में यह 459 और 79 थी। एनआईए 2023 में 47 आरोपियों को ट्रैक करने और गिरफ्तार करने में कामयाब रही। यह पिछले साल की तुलना में 14 अधिक है। इसके अलावा, निर्वासन और प्रत्यर्पण पर गिरफ्तारियां की गईं। इसमें फिलीपींस से निर्वासित अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी, अमरीक सिंह, मनप्रीत सिंह उर्फ पीटा और मनदीप सिंह शामिल हैं। विक्रम बरार को संयुक्त अरब अमीरात से निर्वासन पर गिरफ्तार किया गया था।