भोपाल। राजधानी में प्याज के दाम कम नहीं हो रहे हैं, जबकि पडोसी राज्य महाराष्ट्र से नये प्याज की आवक शुरु हो चुकी है। शहर में फुटकर में लोगों को अच्छा प्याज 60 रुपये प्रतिकिलो मिल रहा है। वहीं बीते महीने अक्टूबर, नवंबर में प्याज 60 से 80 रुपये प्रतिकिलो बिका। लोगों को उम्मीद थी कि दिसंबर के पहले सप्ताह में महाराष्ट्र के नासिक व आसपास के क्षेत्रों से नए प्याज की आवक शुरू हो जाएगी तो प्याज के भाव गिर जाएंगे। इधर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि हाल ही में हुई वर्षा से किसानों के पास व वेयर हाउस के भंडारण में रखा प्याज खराब होने 25 प्रतिशत करोंद सब्जी मंडी में आवक कम हुई है, जिससे प्याज के भाव थोक में 30 रुपये प्रतिकिलो से कम नहीं हो पा रहे हैं। मंडी से लोडिंग वाहनों से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में प्याज ले जाने में भाड़ा देना व मेहनतना लेने के चलते फुटकर में दोगुना महंगा प्याज बेचना पड़ता है। यदि मंडी में 10 से 15 रुपये प्रतिकिलो थोक में प्याज मिले तो लोगों को 25 से 30 रुपये प्रतिकिलो प्याज बेच पाएं। बिट्टन मार्केट हाट बाजार समिति के अध्यक्ष हरिओम खटीक ने बताया कि महाराष्ट्र से प्याज आना शुरू हो गया है, लेकिन बहुत कम मात्रा में आ रहा है। आगामी 15 दिनों में महाराष्ट्र से प्याज अधिक मात्रा में आने लगेगा। इससे प्याज के भाव में नरमी आएगी। करोंद सब्जी मंडी सब्जी विक्रेता कल्याण संघ के अध्यक्ष मोहम्मद नसीम ने बताया कि वर्षा से काफी प्याज खराब हुआ है। प्याज भीतर से खराब हो रहा है। घर में अधिक दिनों तक रखने पर प्याज बेकार हो जाता है। दिसंबर तक प्याज महंगा होने का आसार हैं। थोक में भाव ठीक रहता है, लेकिन फुटकर विक्रेता भाड़ा जोड़ कर महंगा बेचते हैं। करोंद मंडी के आसपास के क्षेत्र में प्याज 40 और 10 से 20 किलोमीटर दूरी जैसे शिवाजी नगर, एमपी नगर, कोलार, कटारा हिल्स अन्य क्षेत्रों में प्याज 50 से 60 रुपये प्रतिकिलो लोगों को मिल रहा है। उधर करोंद सब्जी मंडी भोपाल व आसपास के जिलों से भंडारण किया हुआ प्याज आ रहा है। वहीं महाराष्ट्र से नया प्याज आ रहा है। जरूरत 200 टन प्याज की है। मंडी में 25 प्रतिशत कम 150 टन प्याज आ रहा है। इससे प्याज थोक भाव कम नहीं हो पा रहे हैं। नया प्याज आने पर भी अभी खपत के हिसाब से प्याज नहीं आ पा रहा है।
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