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नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो में सफर के दौरान यदि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है तो सीपीआर देने वाले पर निर्भर रहना होगा। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के छह मेट्रो स्टेशनों को छोड़कर अन्य स्टेशनों पर ऐसे मरीजों को तुरंत उपचार देने के लिए जीवन रक्षक आटोमेटिक एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (एईडी) मौजूद नहीं है। इसका खुलासा एक प्रशिक्षु डॉक्टर के आरटीआई लगाकर मांगी गई जानकारी में हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि एईडी की मदद से हार्ट अटैक के मरीज को तुरंत इलाज देकर रिवाइव किया जा सकता है। यह एक पोर्टेबल चिकित्सा उपकरण है। इसे दिल की धड़कन अचानक और असामान्य रूप से रुकने (कार्डियक अरेस्ट) के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इसका उद्देश्य दिल की धड़कन को सामान्य बनाने के लिए शॉक देना होता है। हार्ट अटैक आने पर गोल्डन आवर में यदि मरीज को तुरंत उपचार न मिले तो मरीज की मौत तक हो सकती है। दिल्ली मेट्रो में हार्ट अटैक के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे कई वीडियो भी वायरल हुए हैं। दिल्ली मेट्रो में रोजाना 60 से 70 लाख यात्री सफर करते हैं।