‘पीएम मोदी का वादा झूठा निकला’, महिला समृद्धि योजना को लेकर आतिशी का हमला, कांग्रेस ने बताया जुमला

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नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला समृद्धि योजना को लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा। पार्टी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वादा झूठा निकला। आप नेता आतिशी ने कहा कि दिल्ली की महिलाएं अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाएं 2,500 रुपये के संदेश का इंतजार करती रही। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनाव के समय मतदाताओं को गुमराह किया है। उन्होंने आशंका जाहिर की कि भाजपा के दूसरे वादे भी इसी तरह झूठे साबित होंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने आश्वासन दिया था कि भाजपा सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में इस योजना को मंजूरी दे दी जाएगी और 8 मार्च (महिला दिवस) तक महिलाओं के खातों में पैसे पहुंचने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि भुगतान शुरू करने के बजाय सरकार ने केवल चार सदस्यीय समिति का गठन किया है।
वहीं, आतिशी के आरोप पर पलटवार करते हुए मंत्री आशीष सूद ने कहा कि उनके पास कोई काम नहीं है। वह केवल आरोप ही लगाती रहती है। सरकार ने अपना वादा पूरा किया। जल्द ही पोर्टल पर पंजीकरण शुरू हो जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा है कि देश की महिलाओं को सशक्त, स्वावलंबी बनाकर बराबर की हिस्सेदारी और देश की तरक्की में महिलाओं भागीदारी सुनिश्चित करना कांग्रेस का संकल्प है। कांग्रेस पार्टी ने महिला प्रधानमंत्री और महिला राष्ट्रपति देकर महिलाओं का सम्मान किया। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायती राज में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर देश में सबसे निचले ग्रामीण स्तर पंचायती प्रशासन में महिलाओं को हिस्सेदार बनाकर देश के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की थी।
देवेंद्र यादव ने यह भी कहा कि दिल्ली की आधी आबादी महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इंतजार था कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता उनके लिए 2500 रुपये मासिक देने की घोषणा करेंगी। लेकिन ऐसा कोई बयान नही दिया। भाजपा कार्यकर्ता सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए महिलाओं के फार्म भर रहे है जिससे सामने आया है कि 2.5 लाख से अधिक आय वाली महिला, पहले से पेंशन लेने वाली, सरकारी योजना का फायदा लेने वाली महिलाओं को 2500 रुपये की आर्थिक सहायता नहीं मिलेगी। पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक स्टेटमेंट भी मांग रहे है। मतलब साफ है कि प्राइवेट संस्थाओं व अन्य आय अगर महिलाओं को मिल रही है तो महिला 2500 रुपये लेने की पात्र नहीं होगी।
सत्ता में आते ही भाजपा ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। महिला आर्थिक योजना का लाभ दिल्ली की सिर्फ 5-10 प्रतिशत महिलाओं को ही मिलेगी, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की सभी महिलाओं को 2500 रुपये देने का वायदा सार्वजनिक रूप से किया था। यह भी एक जुमला साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की रसोई के बजट में राहत देने के लिए 500 रुपये का गैस सिलेंडर देने का वायदा और होली दिवाली पर मुफ्त सिलेंडर की तो भाजपा मुख्यमंत्री चर्चा ही नही कर रही है। गर्भवती महिलाओं को पोषण किट और 20,000 रुपये की आर्थिक मदद देने और विधवाओं की पेंशन में वृद्धि की घोषणा का क्या हुआ? दिल्ली कांग्रेस जानना चाहती है कि भाजपा ने दिल्ली की महिलाओं को भ्रमित करके जो वोट हासिल किए, महिलाओं को वायदे पूरे होने का कब तक इंतजार करना होगा?। पूरा कि पहली कैबिनेट में आयुष्मान भारत योजना लागू हो सकती है तो महिलाओं के लिए 2500 रुपये मासिक आर्थिक सहायता पर मुहर क्यों नही लगी?
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