पीएम मोदी ने की काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ की पूजा
जनमत जुटाने जनता के दरबार में जाते हैं तो भगवान का भी आशीर्वाद लेना नहीं भूलते पीएम मोदी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्लानिंग,लक्ष्य और दूरदृष्टि का ही परिणाम हैं कि विरोधी दल उनका पीछा नहीं कर पाते हैं। जब तक विपक्ष कुछ सोचे समझे तब तक भाजपा कोसों दूर निकल जाती है। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बीजेपी पूरी तैयारी के साथ चुनावी समर में कूद पड़ी है, वहीं खास बात है कि पीएम मोदी ने भी खुद को पूरी तरह इसमें झोंक दिया है। कुछ दिनों की बात है। चुनाव आयोग, चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा करने ही वाला है, पीएम मोदी इससे पहले ही एक्टिव मोड में आ चुके हैं और कार्यकर्ताओं को भी सक्रियता के साथ जुट जाने का संदेश दिया है। पीएम जनमत जुटाने जनता के दरबार में जाते हैं तो भगवान के मंदिर में पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लेना भी नहीं भूलते हैं।इसी कड़ी में शनिवार को पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, यहां उन्होंने मेगा रोड शो किया और फिर काशी विश्वनाथ में पूजा भी की। असम और अरुणाचल के दौरे से लौटे पीएम मोदी ने शनिवार रात काशी में ही रात्रि विश्राम किया। इसके बाद रविवार को पीएम आजमगढ़ पहुंचेंगे। शनिवार रात काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचकर पीएम मोदी ने बाबा विश्वनाथ की पूजा की, इस दौरान मंदिर का भव्य नजारा देखने योग्य था। खुद पीएम मोदी भी बाबा के रंग में रंगे नजर आए। महाशिवरात्रि से एक दिन बाद उन्होंने बाबा विश्वनाथ की भव्य पूजा की। माथे पर त्रिपुंड चंदन लगाए, त्रिशूल उठाए और मंदिर में पूजा करते पीएम मोदी की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जब वाराणसी पहुंचे तो यहां उन्होंने एक रोड शो किया और भाजपा द्वारा तीसरी बार इस सीट से मैदान में उतारे जाने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र में जोरदार स्वागत के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की। भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग हवाईअड्डे के बाहर सड़कों पर कतार में खड़े थे। पीएम मोदी ने यहीं से अपना 28 किलोमीटर लंबा रोड शो शुरू किया और लोगों का अभिनंदन किया। इस दौरान जनता उन पर पुष्प वर्षा करती रही। इससे पहले दिन में, पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्यों का दौरा किया था और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
पीएम ने इलायची की माला पहनी, त्रिपुंड लगवाया और त्रिशूल धारण किया
इलायची की माला आध्यात्मिकता को बढ़ाती है- इलायची का शुक्र के साथ संबंध होता है। यह प्रगति को बढ़ावा देता है और उन्नत ज्ञान प्रदान करता है। इसके अलावा इलायची की माला भक्तों की मनोकमाना को पूर्ण करती है और आध्यात्मिकता को बढ़ाती है।