रायबरेली। रायबरेली लोकसभा सीट से अभी कांग्रेस ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन प्रियंका गांधी के मैदान में उतरने की संभावना है। यही कारण है कि इन दिनों गांधी परिवार के भुएमऊ गेस्ट हाउस में हलचल बढ़ गई है और वहां सफाई हो रही है। आसपास के मार्गों को भी सही कराया जा रहा है।
अभी रायबरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी अभी तय नहीं हुआ है लेकिन उम्मीदवार की जीत कैसे हो इसका खाका बुनने की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। राजनीति के गढ़ रायबरेली में कुछ बदल रहा है। मौन कांग्रेस के बोल भी फूट रहे हैं व शांत कार्यकर्ता भी सक्रिय हैं। भुएमऊ गेस्ट हाउस की भी रंगाई हो रही है। मतलब साफ है। गांधी परिवार से ही कोई आने वाला है। रणनीतिकारों के मुताबिक लोकसभा चुनाव का वार रूम भुएमऊ गेस्ट हाउस ही होगा। यहीं से रायबरेली और अमेठी व प्रयागराज की चुनावी गतिविधियां संचालित होंगी। यहां मुख्य आईटी सेल भी मोर्चा संभालेगा। एक तरह से भुएमऊ गेस्ट हाउस प्रदेश में कांग्रेस का चुनावी हेडक्वार्टर बनने के लिए तैयार हो रहा है।
भुएमऊ गेस्ट हाउस को कांग्रेस के रणनीतिकार मीडिया वॉर रूम बनाने की तैयारी में हैं। यहां सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों पर भी नजर रहेगी। कांग्रेस की नीतियों का समर्थन करने और कांग्रेस के लिए पोस्ट अपलोड करने वालों को भी इससे जोड़ा जाएगा। दिल्ली, राजस्थान व गुजरात के आईटी एक्सपर्ट भी जल्द ही रायबरेली में कांग्रेस के वॉर रूम में होंगे। कांग्रेस ने अभी हाल ही में तेलंगाना में सरकार बनाकर सभी को चौंका दिया है। इसमें कांग्रेस के आईटी और मीडिया प्रबंधन अहम रहा है। तेलंगाना में युवा मतदाताओं पर फोकस किया गया था। प्रियंका गांधी ही यहां स्टार प्रचारक रही थीं। ऐसे में जब रायबरेली में प्रियंका का नाम चल रहा है तो मीडिया सेल और आईटी वार रूम में तेलंगाना का सोशल मीडिया मॉडल भी नजर आएगा। यहां कांग्रेस चुनाव के लिए तैयार है। कार्यकर्ता जिले की हर विधानसभा और गांव में प्रचार कर रहे हैं। प्रियंका गांधी के चुनाव में उतरने की उम्मीद से सभी उत्साहित हैं। भुएमऊ गेस्ट हाउस और कांग्रेस के तिलक भवन कार्यालय का रंग रोगन हो रहा है।