राहुल गांधी ने चुनौती को अवसर में बदला, आदिवासी महिलाओं के साथ महुआ बीनकर जीत लिया दिल

हेलीकॉप्टर का ईंधन खत्म हुआ, रात शहडोल में गुजारी और सुबह पहुंचे आम लोगों के बीच

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शहडोल। मतदाताओं का मत जीतने की ताईघाई कांग्रेस नेता राहुल गांधी समझ गए हैं। उन्हे चुनौती को अवसर में बदलने का मौका मिलता है तो उसे छोड़ते नहीं हैं। इसकी बानगी बीते रोज उस समय देखने की मिली जब राहुल गांधी मध्य प्रदेश के दौरे पर आए थे। यहां राहुल गांधी को तीन चुनावी सभाएं करना थी। जिसमें से मंडला और शहडोल में तो उनकी सभाएं हो गई लेकिन जबलपुर जाते, इसके पहले ही उनके हेलीकॉप्टर का ईंधन खत्म हो गया। उन्हे रात शहडोल में ही बिताना पड़ी।

हेलीकॉप्टर में फ्यूल खत्म होने की वजह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को शहडोल में रात गुजारनी पड़ी। रात को उन्होंने होटल से निकलकर उमरिया जिले के पाली थाना क्षेत्र में मदारी ढाबा पर भोजन किया। यह इलाका बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगा हुआ है। यहां अक्सर बाघों की साइटिंग भी होती है। इस दौरान उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी मौजूद थे।शहडोल से उमरिया तक वे सड़क मार्ग से गए। रास्ते में महुआ बीन रही महिलाओं के साथ उन्होंने बातचीत की। इस दौरान महुआ भी बीना। महिलाओं से कांग्रेस को वोट देने की अपील भी की। उन्होंने महुआ अपने हाथ से बीना और टोकरी में रखा। साथ ही साथ उनसे उनकी समस्या भी जानी। उन्होंने कांग्रेस को वोट डालने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है तो हम आपके हितों की रक्षा के लिए जरूर ठोस कदम उठाएंगे। आदिवासी महिला एवं पुरुषों के लिए हम हरसंभव प्रयास करेंगे।

राहुल गांधी सोमवार को मध्य प्रदेश के सिवनी और शहडोल लोकसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने मध्य प्रदेश आए थे। उन्होंने सिवनी में सभा को संबोधित किया और फिर शहडोल के बाणगंगा मेला मैदान में भी सभा ली। इसके बाद जब उन्हें लौटना था तब हेलीकॉप्टर का फ्यूल खत्म हो गया। मौसम भी खराब हो चुका था। इस वजह से राहुल को रात शहडोल में गुजारनी पड़ी। मंगलवार सुबह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी उमरिया से उक विमान में सवार हुए और दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

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