सोम डिस्टलरी शराब फैक्ट्री पर छापा, बाल संरक्षण आयोग की टीम ने सेहतगंज में स्थित फेक्ट्री में की कार्यवाही

59 बच्चों को किया रेस्क्यू, इनमें 20 लाड़लिया भी, स्कूल बस से ले जाकर करवाते थे मजदूरी, केमिकल से गल गए मासूमों के हाथ

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भोपाल। मप्र के रायसेन  जिले में सोम डिस्टलरी Som Distilleries शराब फैक्ट्री का शनिवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम छापा मारा। यहां पर शराब फैक्ट्री में 59 बच्चे काम करते पाए गए। इनमें 20 लड़कियां भी शामिल हैं। काम करते-करते बच्चों के हाथों की चमड़ी तक गल गई थी। इन्हें स्कूल बस से फैक्ट्री में लाया जाता था।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन एनजीओ की तरफ से शिकायत मिली थी। इसमें शराब फैक्ट्री में बच्चों से काम करने का मामला सामने आया। इसके बाद शनिवार को रायसेन जिले की सोम डिस्टलरी नामक शराब बनाने वाली फैक्ट्री में निरीक्षण किया गया। यहां 59 बच्चे शराब बनाने का काम करते हुए पाए गए हैं। इनमें 20 लड़कियां भी हैं। उन्होंने बताया कि शराब में बनाने में उपयोग होने वाले रसायनों के संपर्क में रहने से कई बच्चों के हाथ की चमड़ी भी जल चुकी है। बच्चों को रेस्क्यू करने एवं एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।

आबकारी अधिकारी की मिलीभगत
आरोप लगाया कि ये आबकारी अधिकारी की मिलीभगत और उनकी आंखों के सामने हो रहा था। वह आंखें बंद कर बैठे थे। आबकारी अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए हम शासन को पत्र लिखेंगे। प्रियंका कानूनगो ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन से शिकायत मिली थी कि इस फैक्ट्री में 15-16 घंटे बच्चों से शराब बनवाने का काम कराया जाता है। इन्हें लंबे समय से इस काम में लगाया गया था। फैक्ट्री के बाहर स्कूल बस खड़ी मिली।

एसडीओपी प्रतिभा शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के पत्र के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। बच्चों का सीडब्ल्यूसी के सामने वेरीफिकेशन किया गया है। अभी जांच में समय लगेगा। उस आधार पर सोम फैक्ट्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले शुक्रवार को बाल संरक्षण आयोग की टीम ने रायसेन जिले के मंडीदीप में छापा मारा था। यहां बिस्किट बनाने वाली फैक्ट्री एलएम बेकर्स में 21 बाल श्रमिक मजदूरी करते मिले। यहां पारले जी बिस्किट बनाए जा रहे थे। कुल 3 संस्थानों से 36 बच्चों का रेस्क्यू किया गया। इनमें छिंदवाड़ा व अन्य राज्यों के आदिवासी बच्चे होने की जानकारी मिली है।

आबकारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने नोटिस
आयोग की तरफ से सरकार को आबकारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने नोटिस जारी किया गया है। इस पूरे मामले में आबकारी अधिकारी की गंभीर लापरवाही सामने आई है। यह फैक्ट्री आबकारी विभाग की देखरेख में संचालित हो रही है। इसके परिसर में ही आबकारी अधिकारी का कार्यालय भी है। आयोग ने आबकारी अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए सरकार को नोटिस जारी किया जा रहा है।

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