अगले 10 दिन महाराष्ट्र समेत उत्तर भारत में बारिश का दौर, अगस्त-सितंबर में औसत से ज्यादा बरसात

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नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बिगड़े हालात को लेकर भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने बताया कि अचानक भारी बारिश का कारण असल में मानसून रेखा (ट्रफ) का दक्षिण से उत्तर की ओर खिसकना है। मोहपात्रा ने बताया कि दिल्ली के लिए भी दो दिन की अग्रिम अवधि के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था।  वहीं, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव माधवन राजीवन ने भी कहा कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में भारी बारिश का दौर कम से कम एक दिन और जारी रहेगा। इसके अलावा अगले 8-10 दिनों में महाराष्ट्र समेत उत्तर भारत में अधिक बारिश होगी। लेकिन, प्रायद्वीपीय भारत और पश्चिमी तट पर बारिश कम हो सकती है। ला नीना मौसम पैटर्न की वजह से देश में अगस्त-सितंबर के महीने में औसत से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। करीब 3.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था के लिए मानसून जीवनरेखा की तरह है, जिससे कृषि उत्पादन और विकास को बढ़ावा मिलता है।
देश की जरूरत का करीब 70 फीसदी पानी बारिश से
मोहपात्रा ने कहा, हम ला नीना मौसम की स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं और इसका प्रभाव दिखाई देने लगा है। अगस्त के अंत या सितंबर की शुरुआत में ला नीना पैटर्न विकसित होने से भारत में सामान्य से अधिक वर्षा होगी। आईएमडी ने कहा कि अगस्त और सितंबर में भारत में औसत 422.8 मिमी से 106 फीसदी ज्यादा बारिश संभव है। 

गुजरात में फिर शुरू होगा झमाझम बारिश का दौर
इस बीच गुजरात में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू होने वाला है। मौसम विभाग ने तीन और चार अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। वहीं गुजरात में अगले सात दिन तक तेज बारिश की संभावना जताई गई है। गुजरात से सटे राजस्थान में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। जयपुर, सीकर सहित कई जिलों में बुधवार रात से तेज बारिश हो रही है। मौसम केंद्र जयपुर ने गुरुवार को नौ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।

आधे से ज्यादा एमपी में होगी तेज बरसात

इधर, मध्यप्रदेश में इस सीजन की 51 फीसदी यानी 18.9 इंच बारिश हो चुकी है। जुलाई में कोटे से ज्यादा पानी गिर गया। अब अगस्त में भी ऐसी ही बारिश की संभावना है। अगस्त के पहले ही दिन प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होकर अगले 4 दिन तक बना रहेगा। एक अगस्त को भोपाल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के 19 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। हालांकि बुधवार से ही सिस्टम की एक्टिविटी नजर आई। भोपाल, नर्मदापुरम, रायसेन, सिवनी समेत 13 जिलों में बारिश हुई। अभी मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश से थोड़ी ऊपर है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन अरब सागर की ओर है। एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी है। अब इनकी स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी देखने को मिल सकती है। इसलिए अगले 4 दिन के लिए प्रदेश में कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है।

हिमाचल, उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में गरज के साथ बारिश हो सकती है। अगले 4-5 दिनों में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा में भी बारिश की संभावना हैं। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कोंकण और गोवा के लिए 1 से 4 अगस्त के बीच अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा एक, दो और तीन अगस्त तक छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। जबकि आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है।
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