राईसी पहुंचे पाक के ऐतिहासिक दौरे पर, ईरान के राष्‍ट्रपति का हुआ जोरदार स्वागत

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इस्‍लामाबाद। ईरान के राष्‍ट्रपति डॉक्‍टर इब्राहिम राईसी सोमवार को पड़ोसी मुल्क पाकिस्‍तान के ऐतिहासिक दौरे पर पहुंचे हैं। ईरानी राष्‍ट्रपति का इस्‍लामाबाद एयरपोर्ट पर रेड कार्पेट बिछा जोरदार स्वागत किया गया है। इस दौरान पाकिस्‍तान के कई मंत्री राष्‍ट्रपति राईसी के स्‍वागत में एयरपोर्ट पहुंचे थे। गाजा पर छिड़े युद्ध के दौरान राईसी के पाक दौरे को अहम माना जा रहा है, इससे अमेरिका भी चिंतित नजर आया है और वह इस पर बारीक नजर रखे हुए है। यहां बतलाते चलें कि राईसी के दौरे को इसलिए भी ऐतिहासिक बताया जा रहा है क्योंकि ईरानी राष्‍ट्रपति का 7 साल बाद यह पहला पाकिस्‍तान दौरा है। खास बात यह है कि ईरानी राष्‍ट्रपति राईसी ने यह दौरा ऐसे समय पर किया है जबकि गाजा में चल रही जंग के बीच इजराइल और अमेरिका के साथ उनके देश के युद्ध जैसे हालात बने हैं।

इससे पहले बताया गया था कि इजराइल के साथ मिसाइल हमले हुए जिसके बाद ईरानी राष्‍ट्रपति का दौरा रद्ध होने की बात भी सामने आई थी, लेकिन इन्हें अफवाह साबित करते हुए राईसी सोमवार सुबह पाकिस्‍तान पहुंच गए हैं। इस दौरे से यह माना जा रहा है कि ईरानी राष्‍ट्रपति ने अमेरिका और इजराइल को संदेश देने के लिए ही दौरा किया है। इस बीच पाकिस्‍तान ने ईरानी राष्‍ट्रपति का जोरदार स्‍वागत किया है, जिसे देख अमेरिका भड़का हुआ है और इस पर बारीक नजर रखने की बात कह रहा है। सूत्रों की मानें तो ईरानी राष्‍ट्रपति राईसी अगले 3 दिन तक पाकिस्‍तान में रहेंगे और गैस पाइपलाइन से लेकर क्षेत्र के हालात पर पाकिस्‍तान के साथ वार्ता करेंगे।

इससे दो दिन पहले पाकिस्‍तान और ईरान के बीच मिसाइलों से हमले की खबरें आम हुईं थीं और यह समझा जा रहा है कि इससे दोनों देशों के बीच रिश्‍तों में तनाव आया है। इस यात्रा के जरिए ईरानी राष्‍ट्रपति राईसी दोनों देशों के बीच के तनाव को खत्‍म कर सकते हैं। दरअसल ईरानी राष्‍ट्रपति के साथ उनके अनेक मंत्री और आला अधिकारी तथा प्रमुख बिजनसमैन भी पाकिस्‍तान पहुंचे हैं। इस दौरे के दौरान राईसी पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर बातचीत करेंगे। यहां अमेरिका के बदलते रुख को देख पाकिस्तान ने कहा है कि ईरान के राष्ट्रपति का दौरा पहले से तय था, ऐसे में इसे युद्ध से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी सूत्र बता रहे हैं कि सरकार इस दौरे को लेकर सतर्क है और बहुत बारीक नजर रखे हुए है।

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