पद्म विभूषण से सम्मानित रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव का निधन
पीएम मोदी ने जताया शोक, 87 साल की उम्र में ली आखिरी सांस, 2016 में पद्म विभूषण से किया गया था सम्मानित
हैदराबाद। पद्म विभूषण से सम्मानित रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव का शनिवार सुबह 3:45 बजे निधन हो गया। वे 87 वर्ष के थे। प्राप्त संचारो के अनुसार शक्रवार को अचानक तबियत ख़राब के चलते उन्हें फिल्म सिटी स्थित उनके घर से एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी तबीयत और बिगड़ गई। उनके निधन पर पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया है।
पद्म विभूषण से सम्मानित रामोजी ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव का शनिवार तड़के 3:45 बजे निधन हो गय। वे 87 वर्ष के थे। उन्होंने हैदराबाद के स्टार हॉस्पिटल में अंतिम सांसें लीं। हार्ट से जुड़ी दिक्कतों के कारण उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रामोजी फिल्म सिटी स्थित आवास पर रखा गया है।
फिल्म सिटी से लेकर मीडिया संस्थान तक
रामोजी राव का जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में स्थित पेदापरुपुदी में हुआ था। उनका पूरा नाम चेरूकुरी रामोजी राव था। रामोजी राव ने देश में बिजनेस, मीडिया और फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अपना अहम योगदान दिया है। रामोजी ग्रुप की नींव भी रामोजी राव ने ही रखी थी। इसमें रामोजी फिल्म स्टूडियो के अलावा ईटीवी नेटवर्क, डॉल्फिन होटल्स, मार्गदर्शी चिटफंड और ईनाडू तेलुगु न्यूजपेपर भी है। रामोजी राव को 2016 में शिक्षा, पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में अपना अहम योगदान देने के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
1996 में बसाई थी रामोजी फिल्म सिटी
रामोजी राव ने रामोजी फिल्म सिटी की संस्थापना 1996 में की थी। भारत में फिल्म बनाने में आनी वाली जटिल समस्याओं के निवारण के लिए उन्होंने ऐसी फिल्म सिटी की कल्पना की थी। यह भी कहा जाता है कि फिल्म निर्माता यहां पर सिर्फ फिल्म की स्क्रिप्ट लेकर आते और बनी हुई मूवी लेकर वापस जाते हैं। रामोजी फिल्म सिटी में हर साल लगभग 200 फिल्मों की शूटिंग की जाती है। अब तक यहां पर करीब 2000 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण हो चुका है। रामोजी फिल्म स्टूडियो मे अब तक हिंदी, भोजपुरी, तेलगू, तमिल, कन्नड़, मल्यालम, बंगाली, उड़िया समेत कई भाषाओं की फिल्म की शूटिंग चुकी है।