अमरावती। ऐसे ड्राइवरों को देश का सलाम बनता ही है जो खुद की जान पर खेलकर अपने यात्रियों को बचा लेते हैं। अमरावती से नागपुर जा रही एक मिनी बस को हाइवे पर लुटेरों ने लूटने की कोशिश की,लेकिन ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ी घटना होने से बच गई। दरअसल हाईवे पर यात्रियों से भरी मिनी बस पर कुछ लुटेरो ने हमला कर दिया। उसे रोककर लूटने के लिए गोलियां चलाई। एक गोली ड्राइवर की बांह में धस गई। इसके बाद भी उसने मिनी बस नहीं रोकी और सीधे थाने में लाकर खड़ी कर दी। इससे सभी यात्रियों की जानमाल को बड़े नुकसान से बचा लिया।
जानकारी के मुताबिक अमरावती में रात के करीब 2:00 बजे नागपुर की ओर जा रहे ट्रैवलर पर कार सवार लुटेरों ने फायरिंग कर दी। ट्रैवलर के ड्राइवर को गोली लग गई लेकिन फिर भी उसने हाइवे पर गाड़ी नहीं रोकी और सीधे तिवसा पुलिस स्टेशन में जाकर गाड़ी खड़ी कर दी। हालांकि इस दौरान काफी दूर तक हाइवे रॉबर्स उनका पीछा करते रहे लेकिन बाद में मौके से फरार हो गए।
घटना को लेकर ड्राइवर ने बताया कि जैसे ही उन्होंने टोल नाका पार किया लगातार एक कार को पीछा करते हुए देखा। उन्हें लुटेरों के होने का अंदेशा हुआ तो गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। इसके बाद पीछे से आ रही कार में सवार लुटेरों ने धमकी देते हुए ट्रैवलर के ड्राइवर को गाड़ी रोकने को कहा लेकिन ट्रैवलर चालक ने गाड़ी की स्पीड और तेज कर दी जिसके बाद डकैतों ने चालक पर फायरिंग कर दी। घायल ड्राइवर मिनी बस को भगाता रहा और थाने पहुंचने के बाद ही गाड़ी रोकी। पुलिसकर्मियों ने ड्राइवर को तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि इन्हीं लुटेरों ने इससे पहले एक और घटना को अंजाम दिया था। एक ट्रक चालक को सुनसान जगह पर रुकवा कर उसे पेड़ से बांधकर दस हजार रुपये कैश और मोबाइल फोन लूट लिया था। इसकी जानकारी नंदगांव पेट पुलिस थाने के थानेदार और अमरावती के ग्रामीण क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने दी है।