नई दिल्ली/भोपाल। केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने लोकसभा में जानकारी दी है। जानकारी के अनुसार देश भर में पिछले साल 7.43 लाख जॉब कार्ड मनरेगा के हटाए गए हैं। सबसे ज्यादा फर्जी मनरेगा कार्ड उत्तर प्रदेश में थे। दूसरा नंबर उड़ीसा का था,तीसरा नंबर मध्य प्रदेश का था। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में उत्तर प्रदेश में पिछले दो वर्ष में 3.63 लाख जॉब कार्ड रद्द किए गए। दूसरे नंबर पर उड़ीसा रहा।यहां पर 1.50 लाख फर्जी जॉब कार्ड रद्द किए गए। मध्य प्रदेश में पिछले 2 साल में 1.30 लाख फर्जी जॉब कार्ड रद्द किए गए हैं।
मनरेगा में फर्जी जॉब कार्ड के माध्यम से अरबो रुपए का घोटाला इन तीनों राज्यों में हुआ है। मरे हुए लोगों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाए गए। फर्जी मास्टर रोल बनाकर फर्जी तरीके से मनरेगा का पैसा निकालकर भ्रष्टाचार किया गया है। उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। वहीं उड़ीसा सरकार का भी केंद्र सरकार को समर्थन प्राप्त है। जिसके कारण कोई कड़ा एक्शन केंद्र सरकार नहीं ले पाई। इन्हीं तीनों राज्यों में सबसे ज्यादा मनरेगा में फर्जीवाड़ा हुआ है। अरबो रुपए का घोटाला प्रतिवर्ष किया गया है। जॉब कार्ड तो रद्द कर दिए गए किंतु अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।