सात नए मेडिकल कॉलेजों को मिला लेटर ऑफ परमिशन, इसी सत्र से शुरू होगी पढ़ाई, 10500 एमबीबीएस सीटें हुईं
मेडिकल शिक्षा विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह ने बताया कि बिजनौर, बुलंदशहर, कुशीनगर, पीलीभीत, सुल्तानपुर, कानपुर देहात और ललितपुर के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए लेटर ऑफ परमिशन जारी किया गया है। इन सातों मेडिकल कॉलेज में 600 एमबीबीएस सीटों पर काउंसिलिंग कराई जाएगी। इसके अलावा आगरा और मेरठ के राजकीय मेडिकल कॉलेजों को क्रमश: 72 और 50 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि की गई है। इसके बाद आगरा मेडिकल कॉलेज में 200 और मेरठ मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीटें हो गई हैं।
निजी और पीपीपी मोड के मेडिकल कॉलेजों में बढ़ी सीटें
डीजीएमई किंजल सिंह के अनुसार पीपीपी मोड में संचालित शामली, महाराजगंज और संभल के मेडिकल कॉलेजों में भी क्रमश: 150, 150 और 50 एमबीबीएस सीटों के लिए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए लेटर ऑफ परमिशन प्राप्त हुआ है। वहीं निजी क्षेत्र के अंतर्गत स्थापित गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर को नेशनल मेडिकल कमीशन द्वारा इस शैक्षणिक सत्र के लिए 50 एमबीबीएस सीटों के लिए एलओपी जारी की गई है। इसी तरह हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज में इस शैक्षणिक सत्र में 100 एमबीबीएस सीटों की वृद्धि के लिए अनुमति प्राप्त हुई है। अब यहां 250 सीटें हो गई हैं।
10,500 सीटों पर कराई जाएगी काउंसिलिंग
विगत शैक्षणिक सत्र में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कुल 3828 एमबीबीएस सीटें काउंसिलिंग के लिए उपलब्ध थीं। वहीं शैक्षणिक सत्र 2024-25 में कुल 722 सीटों की वृद्धि हुई है। अब प्रदेश में सरकार मेडिकल कॉलेजों में कुल 4550 एमबीबीएस सीटें हो गई हैं। इसके अलावा निजी क्षेत्र में अबतक 5450 सीटें थीं। इसमें 150 सीटों की वृद्धि हुई है। अब निजी मेडिकल कॉलेजों में 5600 एमबीबीएस सीटें हो गई हैं। वहीं पीपीपी मोड पर संचालित 3 नये मेडिकल कॉलेजों में 350 सीटें काउंसिलिंग के लिए उपलब्ध है। वर्तमान में प्रदेश में सरकारी, निजी और पीपीपी मोड में संचालित मेडिकल कॉलेजों में 10,500 सीटों पर काउंसिलिंग कराई जाएगी। महानिदेशक ने बताया कि बचे हुए कुछ राजकीय मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र संचालित करने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन में फिर से अपील दाखिल की जाएगी।