Delhi: जागरण के दौरान कालकाजी मंदिर में स्टेज गिरा, 17 लोग घायल; एक महिला की हुई मौत

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नई दिल्ली। दिल्ली के कालकाजी मंदिर में जागरण के दौरान स्टेज गिर गया। स्टेज गिरने से 17 लोग घायल हो गए और एक महिला की मौत हो गई। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घटना रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, इस जागरण में सिंगर बी प्राक आए हुए थे, जिनको देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। इसी दौरान जब बी प्राक ने मंच पर अपना प्रदर्शन शुरू किया, तभी स्टेज गिर गया। जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई। जागरण में बी प्राक को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। लोग मंच को ओर बढ़ रहे थे, मंदिर और पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की। लेकिन वे नहीं माने और हादसा हो गया। कई लोग स्टेज के नीचे भी दब गए। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने स्टेज के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला। बी प्राक और उनकी टीम को सुरक्षित वहां से बाहर निकाला गया।
बताया जा रहा है कि जागरण में करीब 1500 से 1600 लोगों की भीड़ पहुंची। आयोजकों और वीआईपी लोगों के परिवारों के लिए बनाए गए मंच पर लोग चढ़ गए, जिस वजह से यह हादसा हो गया। हादसे में एक महिला की मौत हो गई। 17 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को एंबुलेंस के जरिए एम्स ट्रॉमा सेंटर और सफदरजंग अस्पताल और मैक्स में भर्ती कराया गया। फायर ब्रिगेड ने भी मौका मुआयना किया। क्राइम टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। सभी घायलों की हालत स्थिर है।

कालकाजी मंदिर के पुजारी, सुनील सनी ने कहा, ‘कल कालकाजी मंदिर में 23वां वार्षिक जागरण था। प्रमुख गायक और बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे। जब बी प्राक पहुंचे, तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। वहां एक मंच था किनारे पर और जिसपर बहुत सारे लोग एकत्र हुए, जिसके परिणामस्वरूप यह ढह गया। कालकाजी मंदिर प्रशासन, पुलिस और स्वयंसेवकों ने स्थिति को नियंत्रित किया और क्षति को काफी हद तक कम कर दिया। मुख्य मंच नहीं गिरा, बगल में, भक्तों के बैठने के लिए बनाया गया एक मंच ढह गया था।’

पुलिस के मुताबिक, 27-28 जनवरी की आधी रात को महंत परिसर, कालकाजी मंदिर में माता जागरण में लकड़ी और लोहे के फ्रेम से बना एक मंच गिरने से 17 लोग घायल हो गए और एक की मौत हो गई। कार्यक्रम आयोजित करने की कोई अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त कर्मचारी तैनात किए गए थे। वहां करीब 1500-1600 लोगों का जमावड़ा था। क्राइम टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। अन्य सभी घायलों की हालत स्थिर है, जबकि कुछ को फ्रैक्चर हुआ है। इस मामले में आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 337/304A/188 के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।

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