Farmer Protest: हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर पथराव, पुलिस ने किसानों पर दागे आंसू गैस के गोले

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 नई दिल्ली। हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन ने प्रशासन को ‎चिंता में डाल ‎दिया है। यहां पर जमकर हंगामा हो रहा है। ‎किसानों ने ‎दिल्ली की जोर जाने के ‎लिए बै‎रिकैडिग हटाने की को‎शिश की तो पु‎लिस ने उनका ‎विरोध करते हुए आंसू गैस के गोले भी दागे। इतना ही नहीं हरियाणा पुलिस की तरफ से टियर गैस के गोले ड्रोन के ज‎रिए छोड़े गए हैं। इस दौरान मौके पर भारी अफरातफरी मच गई है। ‎‎मिली जानकारी के अनुसार दोपहर 12 बजे के करीब आंदोलनकारी किसान बॉर्डर से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पु‎लिस ने लगातार उन्हें रोकने की कोशिश की। इस दौरान नहीं मानने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले पुलिस ने छोड़े हैं। ‎मिली जानकारी के अनुसार अब यहां पर जंग जैसे हालात हो गए हैं और हालात बेकाबू भी होने लगे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार यहां शंभू बॉर्डर पहुंचे नौजवानों ने जैसे ही बैरिकैड्स को मौके से उठाया तो पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की है। इतना ही नहीं पुलिस ड्रोन के जरिये बॉर्डर से दूसरी तरफ नजर बनाए हुए थी। वहीं, करीब साढ़े 12 के दौरान ड्रोन से भी टियर गैस के गोले छोड़े गए हैं।
मौके पर पहुंचे नौजवान ‎किसान और अन्य लोग मुंह पर रुमाल बांधे हुए हैं और आंसू गैस के असर से बचने के लिए यह इंतजाम प्रदर्शनकारियों की तरफ से किए गए हैं। साथ ही ‎किसानों द्वारा मौके पर पानी के टैंकर भी रखे गए हैं, ताकि आंसू गैस का असर कम किया जा सके। बताया जा रहा है ‎कि पुलिस ने यहा करीब 15-20 मिनट तक टियर गैस के गोले छोड़े हैं और इस कारण किसान मौके से करीब 100 मीटर पीछे चले गए हैं। हालांकि ‎किसानों द्वारा लगातार आगे जाने की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन जैसे ही कोई भी आगे बॉर्डर की तरफ बढ़ता है तो पुलिस गोले छोड़ती है। बता दें ‎कि अंबाला के शंभू बॉर्डर पर भी किसान पहुंचे थे। यहां पर सीमा से पहले ही ट्रैक्टर ट्रालियों का काफिला रुकवा ‎दिया गया था। साथ ही पुलिस ने कई किसानों को डिटेन किया था। फिलहाल, शंभू बॉर्डर पर लगातार किसानों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।

पुलिस ने रबर की गोलियां चलाई


किसानों के मुताबिक, शंभू बॉर्डर पर पुलिस की तरफ से रबर की गोलियां चलाई जा रही हैं। कई किसान गोली लगने से घायल हुए हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि, रबर की गोलियां चलाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, कुछ किसानों का कहना है पुलिस एक्सपायरी डेट के आंसू गैस के गोले उन पर दाग रही है। गोलों पर साल 2018 तक की डेट है।

जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर भी हंगामा

नरवाना के साथ लगती पंजाब सीमा पर भी पुलिस व किसानों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। पंजाब की तरफ बॉर्डर पर पुलिस ने सड़क के बीच में कीलें गाड़ी गई थी। किसान इन्हें निकालने लगे तो पुलिस ने आसू गैस के गोले छोड़ने शुरू कर दिए और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया। एक बार तो किसान पीछे हट गए लेकिन फिर से सड़क पर आ डटे और कील निकालने का काम शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने फिर इआंसू गैस के गोले छोड़े। काफी संख्या में हरियाणा के किसान भी पंजाब की तरफ पहुंच गए और पंजाब से बाइकों पर आए किसानों का साथ देने लगे हैं। अभी तक पंजाब से ट्रैक्टरों में किसान नहीं पहुंचे हैं। पुलिस द्वारा मौके पर जैमर लगाए जाने के कारण पंजाब की तरफ बॉर्डर पर भी नेट सेवाएं बंद हो गई हैं।

दिल्ली मेट्रो ने ये आठ स्टेशन किए बंद
किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली मेट्रो ने इन स्टेशनों को बंद कर दिया है। राजीव चौक, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन स्टेशन बंद, जनपथ और बाराखंभा रोड मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। इन मेट्रो स्टेशनों के गेटों को सुरक्षा करणों के बंद किया गया है। बाकी सभी मेट्रो स्टेशन सामान्य तौर पर खुले हुए हैं।

गुरुग्राम में भी लगा लंबा जाम
गुरुग्राम से दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्ग पर यातायात जाम हो गया है। किसानों को दिल्ली की ओर मार्च करने से रोकने के उपायों के तहत पुलिस ने सड़क पर कंक्रीट के स्लैब रख दिए।

नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर जाम
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली खोज करने वाले किसानों को रोकने के लिए दिल्ली नोएडा बॉर्डर पर पुलिस की सख्ती और बेरिकेडिंग के कारण जाम की स्थिति बनी रही। इसका असर नोएडा में व्यापक रूप से देखने को मिला। एडीसीपी मनीष मिश्रा का कहना है की पंजाब, राजस्थान, हरियाणा समेत यूपी के किसान भी काफी संख्या में दिल्ली कूच की सूचना है। एहतियात के तौर पर नोएडा और दिल्ली के बीच पुलिस सख्ती से जांच कर रही है। चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी और कालिंदी कुंज बॉर्डर पर वाहनों के अधिक दवाब के कारण कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। संदिग्ध वाहनों की सख्ती से छानबीन कर दिल्ली में प्रवेश दिया जा रहा है। एक कारण दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रैफिक काफी धीमी गति से चल रही है।

किसानों के समर्थन में दिल्ली सरकार

दिल्ली सरकार ने जहां एक तरफ बवाना स्टेडियम को जेल बनाने से मना कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने एक्स पर पोस्ट साझा कर केंद्र पर निशाना साधा है। आप पार्टी ने लिखा कि आज जो कीलें और बैरिकेडिंग सड़कों पर लगी हैं। ये मोदी सरकार की देश के अन्नदाताओं से नफरत का सबसे बड़ा प्रणाम है। किसानों को रोकने के लिए रास्ते में कीलों का जाल बिछाया है।

 

पंजाब कांग्रेस किसानों की कानूनी मदद करेगी

पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि किसान नेताओं का कहना है कि राजनीतिक दल उनके आंदोलन में शामिल नहीं होंगे। ऐसी स्थिति में भले ही हम आंदोलन में नहीं जाएंगे, लेकिन उनका मॉरल सपोर्ट किसानों के साथ रहेगा। पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा में हमारे पास पूरी टीम है। कांग्रेस ने किसानों को पूरी तरह फ्री में 24 घंटे कानूनी सहायता मुहैया करवाने का फैसला लिया है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 82838 -35469 जारी किया है। इस पर कॉल करने के बाद तुरंत पीड़ित को सहायता मिलेगी।

 

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