कूनो प्रबंधन की अजब धपसठ, चीतों को पानी पिलाने वाले ड्राइवर को पहले निकाला, फिर नौकरी पर लिया वापस, अजब पार्क की गजब कहानी

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श्योपुर। बीते हफ्ते कूनो नेशनल पार्क में चीतों को तश्तरी में पानी पिलाए जाने वाला वीडियो चीता भी पीता है के हैशटैग से जमकर वायरल हुआ था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद से ही कूनो पार्क प्रबंधन के हाल अजीबोगरीब नजर आ रहे हैं। पहले तो पानी पिलाने वाले ड्राइवर सत्यनारायण गुर्जर को नौकरी से निकाला जाता है। उसके बाद गुपचुप ढंग से उसे वापस काम पर भी रख लिया जाता है। प्रबंधन की यह उहापोह काफी चर्चा का सबब बन चुकी है।

गुर्जर समाज ने किया सत्यनारायण का सम्मान
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में प्यासे चीतों को पानी पिलाने वाले ड्राइवर का गुर्जर समाज ने सम्मान किया। दरअसल चीतों को पानी पिलाने वाला वीडियो वायरल होने के बाद सत्यनारायण गुर्जर को नौकरी से हटा दिया गया था। जिसके बाद गुर्जर समाज ने उसका समर्थन किया। इसके बाद प्रबंधन को अपना फैसला वापस लेना पड़ा और उसे दोबारा नौकरी दे दी गई है। समाज ने यह तर्क दिया था कि जब पार्क प्रबंधन स्थानीय लोगों को चीतों से फैमिलीयर होने के लिए जागरुकता अभियान चला रहा है तो ऐसे में उन्हें पानी पिलाए जाने पर आपत्ति क्या है।

अथ श्री सत्यनारायण कथा
सत्यनारायण ने वीडियो की सच्चाई बताते हुए कहा, “जब से कूनो में चीते आए हैं, मैं उनसे जुड़ा हुआ हूं। मेरी निजी गाड़ी ट्रैकिंग टीम के लिए किराए पर ली गई थी। उस दिन चीते प्यासे थे, तो मैंने उन्हें पानी पिला दिया। वीडियो वायरल होने के बाद मुझे हटा दिया गया, लेकिन एक दिन पहले पार्क प्रबंधन ने मुझे वापस बुला लिया।”

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