कुछ देर बाद जच्चा-बच्चा दोनों को 108 वाहन से मड़ियादो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां दोनों का परीक्षण और इलाज किया गया। महिला की सास सीताबाई ने बताया कि वह बहू को लेकर इमलिया गांव से बर्धा अस्पताल पहुंची थी, लेकिन गेट पर ताला लगा होने से अस्पताल के बाहर ही बहू ने बच्चे को जन्म दे दिया। इस मामले में सिविल अस्पताल हटा के बीएमओ का कहना है कि वर्धा में पदस्थ केंद्र प्रभारी अवकाश पर थीं, जबकि एएनएम टीकाकरण ड्यूटी पर थीं, जिसके कारण उप स्वास्थ्य केंद्र बंद था। मामले की जानकारी के तुरंत बाद जच्चा-बच्चा दोनों को मड़ियादो स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया था।
कुछ देर बाद जच्चा-बच्चा दोनों को 108 वाहन से मड़ियादो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां दोनों का परीक्षण और इलाज किया गया। महिला की सास सीताबाई ने बताया कि वह बहू को लेकर इमलिया गांव से बर्धा अस्पताल पहुंची थी, लेकिन गेट पर ताला लगा होने से अस्पताल के बाहर ही बहू ने बच्चे को जन्म दे दिया। इस मामले में सिविल अस्पताल हटा के बीएमओ का कहना है कि वर्धा में पदस्थ केंद्र प्रभारी अवकाश पर थीं, जबकि एएनएम टीकाकरण ड्यूटी पर थीं, जिसके कारण उप स्वास्थ्य केंद्र बंद था। मामले की जानकारी के तुरंत बाद जच्चा-बच्चा दोनों को मड़ियादो स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया था।