संजय लीला भंसाली की हीरामंडीः द डायमंड बाजार वेबसीरीज के बाद एक्टर ताहा शाह बदुशा अब नेशनल क्रश बन चुके हैं। सीरीज में हीरामंडी की मशहूर तवायफ मल्लिकाजान की बेटी आलमजेब से इश्क और आजादी के लिए ताजदार के बीच उलझे नवाब ताजदार बलोच के किरदार को ताहा शाह बदुशा ने बखूबी निभाया भी और ऑडियंस को भी इंप्रेस किया। लेकिन उनकी यहां तक की जर्नी बिलकुल भी आसान नहीं थी।
नेशनल क्रश बन चुके ताहा शाह बदुशा की एक्टिंग की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। इन दिनों हीरामंडी की सफलता का जश्न मना रहे हैं। लेकिन, ताहा शाह के हाथ ये सफलता इतनी भी आसानी से नहीं लगी। इस सफलता के लिए उन्हें 14 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा है। इसका खुलासा खुद ताहा शाह बदुशा ने एक इंटरव्यू में किया है। उन्होंने क्या कहा, चलिए आपको बताते हैं। ताहा शाह बदुशा ने हाल ही में इंस्टेंट बॉलीवुड के साथ हीरामंडी से पहले और बाद की जिंदगी के बारे में खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा- मैं फिल्म इंडस्ट्री में 14 सालों से हूं और लेकिन मुझे कुछ खास नहीं मिला। पिछले 5-6 सालों में मुझे अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर सिर्फ 500-600 लाइक ही मिलते थे, लेकिन फिर अचानक कुछ हुआ और मुझे लाखों में लाइक्स मिलने लगे। एक्टर ने आगे ये भी बताया कि कैसे वह सालों से बॉलीवुड में अपने कनेक्शन्स बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा- मैं ये कैमरे के सामने एक्सेप्ट कर चुका हूं कि कॉन्टेक्ट्स बनाने के लिए मैं पार्टीज में जाता था। ये तुरंत मदद नहीं करता, लेकिन अब, सब मेरा कॉल उठाएंगे।
मैं पिछले 6 सालों से कास्टिंग डायरेक्टर्स को कॉल कर रहा हूं और उन्होंने कभी मेरा फोन नहीं उठाया। ताहा ने कहा- मैं अपने कैलेंडर पर रहता हूं। अगर मैंने किसी व्यक्ति को फोन किया है, तो मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मैं दो हफ्ते के बाद फिर दोबारा उसे फोन करूं। मेरे कैलेंडर पर हजारों नाम हैं। मैं हर दिन 40 कॉल करता था। उन्होंने कहा कि कोल्ड कॉलिंग सबसे अच्छा अनुशासन है, जिससे किसी को भी गुजरना चाहिए। मैं हताश हूं। तुम्हें हताश होना चाहिए। अगर आप जीवन में हताश नहीं हैं, तो आपको कुछ भी नहीं मिलेगा और मैं इसका जीवंत उदाहरण हूं। एक्टर ने अपने पुराने दिनों के याद किया और बताया कि कैसे ऑडिशन के नाम पर उनके साथ ठगी भी हुई।
उन्होंने कहा- यश राज से मिलने से पहले मैं एक दिन में आठ ऑडिशन के लिए जाता था। उन्होंने खुलासा किया कि कई बार मैं ऑडिशन के लिए पैसे तक देता था, लगभग 4000-10,000 रुपये। मैं तीन-चार बार धोखा भी खा चुका हूं, जब वे मुझसे पैसे ले लेते थे और अगले दिन पूरा ऑफिस गायब हो जाता था। ताहा शाह बदुशा ने कहा कि मुझे कई बार रिजेक्शन से गुजरना पड़ा, क्योंकि वो कहते थे कि तुम कुछ ज्यादा ही अच्छे दिखते हो। वह कहते थे- अगर तुम इतने अच्छे दिखोगे तो लीड एक्टर का क्या होगा। मुझे अपने गुड लुक्स की वजह से ना तो फिल्में मिलती थीं और ना ही ऑडिशन लिए जाते थे।
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