ताइवानी विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों देशों द्वारा किए गए दावे ‘अस्वीकार्य’ हैं और दक्षिण चीन सागर में अपने द्वीपों पर रिपब्लिक ऑफ चाइना (ताइवान) के संप्रभु अधिकारों पर जोर दिया। हालांकि, ताइवान ने यह भी कहा कि ताइवान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ ‘परामर्श के आधार पर’ दक्षिण चीन सागर से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए तैयार है।
वियतनाम और फिलीपींस ने किया था दावा
वियतनाम ने दक्षिण चीन सागर में महाद्वीपीय शेल्फ की सीमाओं पर अपना दावा जताया। जिसके बाद ताइवान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर वियतनाम के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। एक महीने पहले फिलीपीं ने भी इस तरह का दावा किया था। वियतनाम और फिलीपींस अपने तटों से 200 समुद्री मील तक महाद्वीपीय शेल्फ की मांग कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भी ये मांग की गई है। दक्षिण चीन सागर क्षेत्र पहले ही चीन के दबदबे के चलते तनाव से जूझ रहा है और चीन, ताइवान के साथ ही फिलीपींस, ब्रूनेई, मलेशिया, वियतनाम और इंडोनेशिया समेत कई देशों ने दक्षिण चीन सागर के विवादित जल में दावे किए हैं।