अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष व सागरिया पट्टी हनुमानगढ़ी के श्रीमहंत ज्ञानदास ने 30 साल बाद रामलला के दर्शन किए। 1992 की घटना के बाद महंत ज्ञानदास ने संकल्प लिया था कि रामलला जब दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तभी उनके दर्शन करने जाएंगे। तीन दशकों का संकल्प आज पूरा हो चुका है और रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो गए हैं। महंत ज्ञानदास ने बुधवार को रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। बताते चलें कि महंत ज्ञानदास ने मुस्लिम पक्षकार स्व़ हाशिम अंसारी के साथ मिलकर 2010 में अयोध्या मामले के समाधान की पहल भी की थी। एक बारगी तो दोनों पक्ष समाधान के लिए राजी हो गए थे, लेकिन किसी कारण से यह पहल आगे नहीं बढ़ सकी। महंत ज्ञानदास ने रामलला के दर्शन के बाद कहा कि अपने आराध्य को भव्य महल में ठाठ-बाट के साथ देखकर मन आह्लादित है। सदियों का सपना आज पूरा हो गया है। राममंदिर निर्माण के प्रभारी गोपाल राव ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उनके उत्तराधिकारी महंत संजय दास, पुजारी हेमंदास, प्रख्यात गायक कन्हैया मित्तल भी मौजूद रहे।
अकाशा एयरलाइंस की उड़ान गुरुवार से
अयोध्या एयरपोर्ट से अकाशा एयरलाइंस के विमानों की उड़ान गुरुवार से शुरू होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। विमान का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। वेबसाइटों के मुताबिक अयोध्या के लिए अकाशा एयरलाइंस की पहली पहली उड़ान गुरुवार को पुणे से 8:50 बजे उड़ेगी। यह फ्लाइट 10:55 बजे दिल्ली पहुंचेगी। दिल्ली से यही फ्लाइट 11:35 बजे अयोध्या के लिए उड़ान भरेगी। 12:55 बजे अयोध्या पहुंचेगी। दोपहर 1:35 बजे अयोध्या से प्रस्थान करेगी। 3:05 बजे दिल्ली पहुंचेगी। 3:45 बजे दिल्ली से उड़ान भरकर 5:50 बजे पुणे पहुंचेगी।