आतंकियों की घेराबंदी जारी: सुफैन पोस्ट के प्रभारी भी हुए बलिदान, भीषण गोलीबारी के बीच बाहर लाए गए पार्थिव शरीर

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कठुआ। सुफैन में आतंकियों के साथ जारी मुठभेड़ में अब तक दो आतंकियों को मार गिराया गया है, जबकि जम्मू-कश्मीर पुलिस के चार जवान बलिदान हुए हैं। पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए आतंकियों के दल को ढूंढकर मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों का ऑपरेशन शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। उज्ज दरिया से सटे सुफैन के अंबे नाल में सुबह आतंकियों के साथ भीषण गोलीबारी का दौर शुरू हुआ जो दिन भर रुक-रुक कर चलता रहा।

इलाके में और आतंकियों के भी छिपे होने की आशंका है। ऐसे में घेराबंदी जारी है। क्षेत्र में और आतंकियों के होने और जगह बदलने की आशंका को देखते हुए सुरक्षाबल जंगल के चप्पे-चप्पे को खंगाल रहे हैं। शुक्रवार को पहली किरण के साथ ही घेराबंदी में लिए गए आतंकियों की सुरक्षाबलों ने तलाश शुरू कर दी। सुबह करीब सात बजे दोनों ओर से भीषण गोलीबारी हुई। इसके बाद कुछ समय के लिए गोलीबारी रुकी, लेकिन जंगल से रुक-रुककर देर शाम तक गोलियों की आवाज आती रही।

30 घंटे लग गए बलिदान जवानों का पार्थिव शरीर मुठभेड़ स्थल से निकालने में
फायरिंग की वजह से वीरवार को बलिदान हुए तीनों सीनियर ग्रेड हेड कांस्टेबल तारिक अहमद, जसवंत सिंह और बलविंदर सिंह चिब के पार्थिव शरीर को बाहर निकालने में सुरक्षाबलों को 30 घंटे का समय लग गया। इसके बाद एंबुलेंस के जरिए बलिदान जवानों के पार्थिव शरीर जीएमसी कठुआ के पोस्टमॉर्टम हाउस में लाए गए। तीनों डीएसपी बाॅर्डर धीरज कटौच के साथ तैनात थे। डीएसपी भी मुठभेड़ में घायल हुए हैं।

सुफैन पोस्ट के प्रभारी भी हुए बलिदान
लापता सुफैन पोस्ट के प्रभारी हेड कांस्टेबल जगबीर सिंह का पार्थिव शरीर मुठभेड़ स्थल के पास ही देखा गया। देर शाम उनके पार्थिव शरीर को जीएमसी कठुआ पहुंचाया गया। जगबीर मुठभेड़ के दौरान वीरवार को घायल हो गए थे, तबसे उनसे संपर्क नहीं हो पाया था।

बलिदान जवानों को अंतिम सलामी देने पहुंचे डीजीपी
बलिदान तीनों जवानों को अंतिम सलामी देने के लिए डीजीपी नलिन प्रभात समेत पुलिस के आला अधिकारी भी कठुआ पहुंच गए। देर शाम एक और पार्थिव शरीरों को मुठभेड़ स्थल से जीएमसी लाने की प्रक्रिया शुरू की गई। बलिदानी तारिक अहमद का पार्थिव शरीर पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि के बाद रियासी में उनके पैतृक गांव के लिए रवाना कर दिया गया। बलिदानी बलविंदर सिंह और जसवंत सिंह के पार्थिव शरीर शनिवार सुबह उनके गांव रवाना किए जाएंगे।

तलाशी अभियान जारी रहेगा
सुफैन के अंबे नाल समेत आसपास के इलाकों को सुरक्षाबलों ने घेर रखा है। इलाके में और आतंकियों के छिपे होने की आशंका को देखते हुए तलाशी अभियान जारी रखा गया है। गुरुवार रात से ही आतंकियों की घेराबंदी कर ऑपरेशन को पैरा कमांडो अंजाम दे रहे हैं।

तब तक आराम नहीं करेंगे, जब तक पड़ोसी की नापाक हरकताें पर नकेल न कस दें : डीजीपी
हीरानगर के सन्याल में देखे गए आतंकी वही थे, जिनके साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ सुफैन के अंबे नाल में हुई है। यह पुष्टि जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात ने की। उन्होंने कहा कि सुफैन में दो आतंकी अब तक ढेर कर दिए गए हैं। हमारे चार जवानों ने शहादत पाई है। डीजीपी ने बताया कि 25 मार्च को एक दंपती ने पाकिस्तानी आतंकियों को देखा और यह खबर साथ साथ ही पुलिस को बताई गई। हमारे पुलिस के अधिकारी बिना देरी के सन्याल पहुंचे। सन्याल में जिस जंगल में बैठे थी वहां पुलिस की पांच आदमियों की छोटी सी टुकड़ी गई। उनके साथ पाकिस्तानी आतंकियों की मुठभेड़ हुई।

तीन आईईडी, दो ग्रेनेड छोड़कर भागे हैं आतंकी
डीजीपी ने बताया कि चार मैगजीन, तीन आईईडी, दो ग्रेनेड और बाकी सामान बरामद हुआ जिसे छोड़कर आतंकी भाग गए। पूरे इलाके में नाकाबंदी की गई। सेना, सीआरपीएफ बीएसएफ भी अभियान में शामिल हुई। चार दिन ऑपरेशन सन्याल चला। इसके बाद खबर मिली कि सुफेन के पास पंजतीर्थी में आतंकी पहुंच गए हैं और बुधवार रात को कार्रवाई शुरू की।
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