नई दिल्ली। मौसम विभाग ने 5 दिसंबर से खतरनाक तूफान और तेज भारी की संभावना व्यक्त की है। विभाग चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर दबाव का क्षेत्र तेज हो गया है। यह पिछले छह घंटों में 9 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। 1 दिसंबर को रात 11 बजे तक अवसाद के केंद्र की पहचान पुडुचेरी से लगभग 630 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में की गई थी। आईएमडी की नई चेतावनी के मुताबिक, इस प्रणाली के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते रहने की उम्मीद है। यह अगले 12 घंटों के भीतर एक गहरे दबाव में बदल जाएगा और 3 दिसंबर तक बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान माइचौंग में विकसित हो जाएगा। चार दिसंबर की सुबह तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और आसपास के उत्तरी तमिलनाडु तटों के आसपास चक्रवात पहुंच जाएगा। इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने का अनुमान है।
5 दिसंबर की दोपहर तक नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच भारी बारिश का अनुमान है। चक्रवाती तूफान की अधिकतम गति 80-90 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने की उम्मीद है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 12 जिला प्रशासन प्रमुखों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में अगले 2-3 दिनों में तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में भारी बारिश की संभावना पर चर्चा की गई। स्टालिन ने उचित दिशानिर्देश जारी किए और सभी संबंधित अधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात माइचौंक के लिए राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की तैयारियों की समीक्षा की। बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर मंडरा रहे चक्रवाती तूफान के कारण दक्षिणी और पूर्वी भारत के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। 3 दिसंबर से वर्षा की तीव्रता बढ़ने वाली है। अधिकांश स्थानों पर बारिश होगी और कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होगी। 3 दिसंबर को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान है। 4 दिसंबर को अधिकांश स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है। 5 दिसंबर को भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके बाद वर्षा में कमी आएगी। ओडिशा में 4 दिसंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही दक्षिण तटीय और निकटवर्ती दक्षिण आंतरिक ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।