वडोदरा। गुजरात में ट्रेन को पलटाने की बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई। दरअसल, सूरत के पास वडोदरा डिविजन के तहत अप लाइन रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ की गई। कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने पटरी की फिश प्लेट और चाबी खोल दी। इससे बड़ा हादसा हो सकता था। पश्चिमी रेलवे (वडोदरा डिवीजन) ने बताया कि कुछ अज्ञात लोगों ने अप लाइन ट्रैक से फिश प्लेट और कुछ चाबियां खोलकर किम रेलवे स्टेशन के पास उसी ट्रैक पर रख दीं। इसके बाद ट्रेन की आवाजाही रोकनी पड़ी। जरूरी इंतजाम और जांच के बाद जल्द ही लाइन पर सेवाएं फिर से शुरू कर दी गईं।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा था कि रेल दुर्घटनाएं कराने की कोई भी साजिश लंबे समय तक नहीं चल पाएगी और सरकार देशभर में 1.10 लाख किलोमीटर लंबे रेलवे नेटवर्क की सुरक्षा के लिए जल्द एक योजना लाएगी। उनका यह बयान देश में पिछले दिनों हुईं रेल दुर्घटनाओं को लेकर आया था। इनमें अधिकतर में रेलवे पटरियों से छेड़छाड़ की गई थी। उन पर गैस सिलेंडर जैसे अवरोधक रखे गए थे। इसके अलावा तोड़फोड़ और नुकसान पहुंचाने की साजिश नजर आई थी।
जड़ तक पहुंचकर कारण का पता लगाएंगे
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के मौके पर संवाददाता सम्मेलन में गृह मंत्री ने कहा था कि उन्होंने पिछले दो दिन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ रेलवे सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा की है। जहां तक दुर्घटनाओं की बात है हम इसकी जड़ तक पहुंचकर कारण का पता लगाएंगे। जो भी कारण हो, सरकार इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए प्रतिबद्ध है। अगर कोई साजिश है तो लंबे समय तक नहीं चलेगी। अगर कोई कमी है, तो उसे दूर किया जाएगा।
रेलवे नेटवर्क की सुरक्षा के लिए योजना तैयार कर रहे
शाह ने कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए), रेलवे पुलिस और गृह मंत्रालय रेलवे नेटवर्क की सुरक्षा के लिए योजना तैयार कर रहे हैं, ताकि कोई षड्यंत्र न रचा जा सके। हमने हाल में हुई घटनाओं पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और इस पर ध्यान देने के लिए एक योजना लेकर आएंगे।
100 दिन में 38 रेलवे दुर्घटनाओं का दावा
कांग्रेस ने दावा किया था कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन में 38 रेलवे दुर्घटनाएं हुई हैं। उसने वैष्णव पर इन हादसों को मामूली घटना बताकर खारिज करने का आरोप लगाया।