पुलिस और छात्रों की जबरदस्त नोकझोंक-हाथापाई, बैरिकेड तोड़े, तनावपूर्ण स्थिति

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प्रयागराज। पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में कराने की मांग को लेकर प्रयागराज में अभ्यर्थियों का चौथे दिन भी प्रदर्शन जारी है। दो दिन की परीक्षा में अलग-अलग शिफ्ट में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के एक समान मूल्यांकन के लिए आयोग ने नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) को लागू कर दिया लेकिन आयोग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह फॉर्मूला काम कैसे करेगा। दो दिन की परीक्षा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और छात्रों के बीच जबरदस्त नोकझोंक चल रही है।

 

यह है छात्रों की मांग

प्रतियोगी छात्र एक ही मांग पर अड़े हैं कि पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में कराई जाए। पीसीएस और आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराने के यूपीपीएससी के फैसले के खिलाफ छात्र आंदोलन शुरू कर दिए हैं। वहीं आयोग दो दिन परीक्षा कराने पर अड़ गया है।

 

एक समान मूल्यांकन पर स्पष्ट नहीं नॉर्मलाइजेशन

दो दिन की परीक्षा में अलग-अलग शिफ्ट में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के एक समान मूल्यांकन के लिए आयोग ने नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) को लागू कर दिया लेकिन आयोग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह फॉर्मूला काम कैसे करेगा। अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने पसेंटाइल स्कोर निकालने का फॉर्मूला तो चता दिया लेकिन नॉर्मलाइजेशन कैसे करेंगे। यह फॉर्मूला वैज्ञानिक रूप से कारगर है या नहीं, इस भी संदेह है। जिन परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू किया गया, ये परीक्षाएं हमेशा विवादों में रहीं हैं।

 

सुबह से ही पुलिस और छात्रों के बीच माहौल गरमाया

प्रयागराज में छात्रों का जोरदार प्रदर्शन चौथे दिन भी लगातार जारी है। सुबह से ही पुलिस और छात्रों के बीच माहौल गरमाया है। अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी के बाद भड़के छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और आयोग के दफ्तर के बाहर पहुंच गए। इस वजह से मौके पर अफरा-तफरी मची। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

प्रदर्शन में कुछ असामाजिक तत्व घुसे: पुलिस

प्रयागराज के डीसीपी अभिषेक भारती का कहना है कि छात्र राज्य पीएससी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों से अनुरोध किया जा रहा है कि वे संवैधानिक तरीके से अपना विरोध जारी रखें और उनकी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बुधवार को असामाजिक तत्वों द्वारा सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। वे छात्र नहीं बल्कि असामाजिक तत्व हैं, जिनका आपराधिक इतिहास है। ऐसे असामाजिक तत्व विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बन रहे हैं और छात्रों को भड़का रहे हैं। उनकी पहचान की जा रही है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

 

 

 

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