नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के दीवाने हो गए है। निज्जर की हत्या के मामले में जो सवाल कनाडा ने उठाए थे उसको लेकर कनाडा अब पूरी तरह बैकफुट पर आ गया है। खालिस्तान प्रेम में डूबे जस्टिन ट्रूडो की अक्ल ठिकाने आ गई है। ऐसा लगता है कि उन्हें भारत से पंगा लेने का अहसास होने लगा है। भारत की सख्ती का असर देखिए कि कनाडा के तेवर नरम हो चुके हैं। पहले कनाडा सरकार ने निज्जर कांड पर बैकफुट पर आई। अब खुद जस्टिन ट्रूडो को उनके ही अपने अधिकारी क्रिमिनल लगने लगे हैं। जी हां, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने ही खुफिया अधिकारियों को ‘अपराधी’ कह दिया। क्योंकि,फर्जी रिपोर्ट में निज्जर हत्याकांड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जयशंकर के नाम को घसीटा गया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रूडो से सवाल किया गया कि कैसे कनाडा का एक प्रमुख अखबार बिना सबूत के कोई खबर छाप सकता है? इस पर ट्रूडो ने कहा, ‘दुर्भाग्य से हमने देखा है कि मीडिया को टॉप-सीक्रेट जानकारी लीक करने वाले अपराधी लगातार गलत खबरें फैलाते रहे हैं। यही वजह है कि हमने विदेशी दखल पर एक राष्ट्रीय जांच की थी। इस जांच में यह बात सामने आई थी कि मीडिया संस्थानों को जानकारी लीक करने वाले अपराधी न केवल अपराधी होते हैं बल्कि वे अविश्वसनीय भी होते हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री के तौर पर मेरा पहला काम कनाडा के लोगों को सुरक्षित रखना है।
यह पहली बार है जब कनाडा के मीडिया ने पीएम मोदी को इस मामले में घसीटा है, जो पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में एक महत्वपूर्ण घटना है। हालांकि रिपोर्ट में अधिकारी की पहचान नहीं बताई गई। रिपोर्ट में यह जरूर कहा गया कि सूत्र ने स्वीकार किया कि कनाडा के पास कोई प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं है कि नरेंद्र मोदी जानते थे। हालांकि, भारत ने पहले ही इस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। हालांकि, बाद में कनाडा सरकार ने सफाई दी कि नरेंद्र मोदी, एस जयशंकर और अजीत डोभाल का निज्जर हत्याकांड से न तो कोई कनेक्शन है और न कोई सबूत.. कनाडा सरकार ने पीएम मोदी को निज्जर की हत्या से जोड़ने वाली विवादास्पद रिपोर्ट को खारिज किया और कहा कि यह अटकलों पर आधारित और गलत है।
Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.