ट्रंप ने बढ़ाई टेंशन, ग्रीन कार्ड धारकों को निर्वासन की चेतावनी, क्या अमेरिका में भारतीयों की बढ़ेगी चिंता?
नई दिल्ली। सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चेतावनी दी है कि जो लोग राज्य के खिलाफ ‘शत्रुतापूर्ण गतिविधियों’ में शामिल हैं, उनके वीजा और ग्रीन कार्ड रद्द किए जा सकते हैं।
यह घोषणा तब हुई जब कोलंबिया विश्वविद्यालय के स्नातक महमूद खलील को इजरायल विरोधी प्रदर्शनों में उनकी भूमिका के लिए हिरासत में लिया गया।
व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से बयान साझा कर बताया, “खलील की गिरफ्तारी कई और गिरफ्तारियों में से पहली है। हम जानते हैं कि कोलंबिया और देशभर के अन्य विश्वविद्यालयों में ऐसे कई छात्र हैं जो आतंकवाद समर्थक, यहूदी विरोधी, अमेरिकी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। ट्रंप प्रशासन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा।
क्या भारतीय ग्रीन कार्ड धारक खतरे में हैं?
अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में अमेरिकी नागरिकता या ग्रीन कार्ड प्राप्त करने वाले भारतीय दूसरे सबसे बड़े समूह हैं, जिनमें से 49,700 भारतीयों को प्राकृतिक नागरिकता दी गई है।हालांकि, ट्रंप द्वारा ग्रीन कार्ड रद करने की चेतावनी अमेरिकी धरती पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हमास समर्थकों पर अमेरिका की कार्रवाई से संबंधित है और यह नागरिकता और आव्रजन नीतियों को जरूरी रूप से प्रभावित नहीं करती है।
किस आधार पर ग्रीन कार्ड धारकों को किया जा सकता है निर्वासित?
ग्रीन कार्ड धारक को आव्रजन और राष्ट्रीयता अधिनियम में निर्वासन के आधारों में से एक के तहत निर्वासित किया जा सकता है। व्यक्ति को किसी अपराध के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए। इसके अलावा, अगर किसी ग्रीन कार्ड धारक ने आतंकवादी संगठनों को भौतिक सहायता प्रदान की है, तो फिर निर्वासित किया जा सकता है।