गया। गया में दो साल की मासूम करीब 80 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद जिला प्रशासन की टीम ने उसे बाहर तो निकाल लिया लेकिन उसकी जान नहीं बचा पाई। ग्रामीणों का कहना है कि रविवार को घर के पास खुले बोरबेल में एक दो साल की बच्ची गिर गई। बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दे रही थी। फौरन जिला प्रशासन की टीम रेस्क्यू में जुट गई। बच्ची करीब 15 फीट की गहराई में फंस गई थी। यह घटना मोहनपुर थाने के अंकोला गांव की है। मृत मासूम बच्ची की पहचान जगदीश प्रसाद की बेटी अकांक्षा कुमारी के रूप में हुई।
निजी घर में बोरिंग करवाया जा रहा था
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने बताया कि मोहनपुर के अंकोला पंचायत में राजेंद्र यादव के निजी घर में बोरिंग करवाया जा रहा था। उस दौरान उक्त बोरिंग में दो साल के मासूम गिर गई। जैसे ही सूचना प्राप्त हुई मोहनपुर प्रखंड मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर सुदूरवर्ती गांव के उक्त स्पॉट पर बीडीओ एवं थाना प्रभारी पहुंचे। देखते ही देखते स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई।
पटना से बुलाई गई एनडीआरएफ की टीम
जिला पदाधिकारी गया डॉ. त्यागराजन एसएम ने बताया कि हादसे के बाद पटना मुख्यालय स्थित अपर मुख्य सचिव आपदा से बात करके पटना से भी एनडीआरएफ की टीम रवाना किया गया। जो बोरिंग से निकलने वाली टीम थी। इसके साथ ही एम्बुलेंस एवं मेडिकल टीम भी घटनास्थल के लिये रवाना की गई थी।बच्ची को बोरिंग से निकालने के प्रयास में जुट गए
जिला पदाधिकारी ने कहा कि त्वरित रूप से तत्काल लोकल जेसीबी के माध्यम से बच्ची को बोरिंग से निकालने के प्रयास में जुट गए। अफसोस की बात है कि बच्ची की मृत्यु हो गई थी। जिला पदाधिकारी ने बताया कि घटना काफी दुखद है। परिवार के प्रति संवेदना है। जो भी अग्रेतर कार्रवाई है वह की जा रही है। जिला पदाधिकारी में बोरिंग करने वक्त लोगों से पूरी सावधानी बरतने की अपील आम लोगों से किया है।