यूक्रेन ने रुस के सबसे बड़े बंदरगाह पर किया ड्रोन हमला, कोई हताहत नहीं

दक्षिण रूस में कच्चे तेल और तेल उत्पादों के निर्यात का यह प्रमुख केंद्र

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मॉस्‍को। रुस-यूक्रेन जंग को दो से ज्यादा हो चुके हैं। दोनों ही देशों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। आज के इस युग में किसी को पंगु बनाने का सबसे अच्‍छा तरीका उसे आर्थिक रूप से कमजोर करना। रूस-यूक्रेन जंग पर भी यह लागू होता है। रूस ने यूक्रेन को कमजोर करने के लिए गैस सप्‍लाई तोड़ दिया। इससे सबक लेकर अब यूक्रेन भी रूस को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है। इसका नतीजा है कि यूक्रेन ने ब्‍लैक-सी में स्थित रूस के सबसे बड़े पोर्ट नोवोरोसिस्‍क बंदरगाह पर ड्रोन से हमला किया है। ड्रोन हमले के बाद रूस ने कुछ देर के लिए बीच को आमलोगों के लिए बंद कर दिया था। हालांकि, बाद में इस चेतावनी को वापस ले लिया। मीडिया रिपोर्ट में बताया कि यूक्रेन के समुद्री ड्रोन हमले के प्रयास के बाद रूस के काला सागर बंदरगाह (ब्‍लैक सी पोर्ट) नोवोरोसिस्क पर फिर से काम शुरु हो गया है।

एक बयान के हवाले से बताया गया है कि यूक्रेन के हमले के बाद कोई प्रतिबंध नहीं है। शिपिंग सामान्य रूप से चल रही है। नोवोरोसिस्क रूस का ब्‍लैक-सी में सबसे बड़ा बंदरगाह है और दक्षिण रूस में कच्चे तेल और तेल उत्पादों के निर्यात का एक प्रमुख केंद्र है। यह कजाकिस्तान और अजरबैजान से आने वाले तेल को भी लोड करता है और अनाज, कोयला, उर्वरक, लकड़ी, कंटेनर, भोजन और केमिकल कार्गो का काम भी यहां से किया जाता है। नोवोरोसिस्क के मेयर आंद्रेई क्रावचेंको ने बताया कि यूक्रेन के ड्रोन अटैक में दो कमर्शियल प्रोपर्टी और एक आवासीय अपार्टमेंट को मामूली नुकसान पहुंचा है। इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना ने नोवोरोसिस्क की ओर जा रहे दो समुद्री ड्रोनों को मार गिराया है। बता दें कि रूस ने बार-बार कहा है कि यूक्रेन ने ब्‍लैक-सी कोस्‍ट पर उसके बंदरगाह शहरों पर हमला किया है, लेकिन रूसी अधिकारी अक्सर यूक्रेनी हमलों से हुए नुकसान के बारे में कम विवरण देते हैं।

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