महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद नदियों का जल स्तर बढ़ा
मुंबई और पुणे समेत इन जिलों में बारिश के आसार
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश के चलते नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। जहां रत्नागिरी जिले के लिए भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं रायगढ़, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा, परभणी, हिंगोली, अमरावती, वर्धा और यवतमाल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि मुंबई और ठाणे समेत पालघर और धुले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदियों के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। रायगढ़ के रत्नागिरी में प्रशासन मुस्तैदी के साथ हालात पर नजर रखे हुए है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है। रत्नागिरी जिले के संगमेश्वर तालुका में, कोंड, कसबा, अंबेड-डिंगनी-करजुवे, धामनी, जिला परिषद सड़कों के फानसवाने इलाके जलमग्न हो गए है। इसके चलते यातायात वाधित हुआ है। पानी भरे क्षेत्रों में वाहन नहीं चलाने और सावधानी बरतने के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है।
यहां बताते चलें कि रत्नागिरी के खेड़-दिवानखावटी में जलस्तर बढ़ने के साथ ही नदी में बाढ़ आ गई और 07 गांवों का संपर्क टूट गया। भारी बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसे देखते हुए राजस्व व पुलिस प्रशासन विभाग अलर्ट मोड पर आ गए हैं।
इसी तरह रायगढ़ जिले में जमकर बारिश हो रही है। इस कारण जिले की नदियों में जलस्तर बढ़ गया है। पातालगंगा, कुंडलिका और अंबा नदियां लाल निशान को पार कर गई हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने रोहा, नागोथने, खालापुर, खोपोली और अप्टा क्षेत्रों के नागरिकों से सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बढ़ते जल स्तर के कारण रोहा शहर में कुंडलिका नदी पर बने छोटे पुल से यातायात वाधित हुआ है। पुल पर से आवाजाही को बंद कर दिया गया है। रायगढ़ जिले के महाड और पोलादपुर में तेज बारिश जारी है, भारी वर्षा के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। सावित्री नदी भी उफान पर है। यदि बारिश नहीं रुकी तो नदी में बाढ़ आने का अंदेशा बना हुआ है। इसके चलते आसपास के ग्रामीण इलागों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। बिगड़ते हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम भी सावित्री नदी के जलस्तर पर नजर रखे हुए है। संगमेश्वर में गाद नदी में बाढ़ आई हुई है। बाढ़ का पानी संगमेश्वर के बाजार तक पहुंच गया है। लगातार हो रही बारिश के चलते क्षेत्र में खेती डूबने की आशंका भी जताई जा रही है। वशती नदी में आई बाढ़ के कारण पानी चिपलून शहर में घुस गया है और वशती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कल रविवार के दिन लगातार बारिश के चलते खेड़ तालुका के बहिरवाली और खादीपट्टा डिवीजन को जोड़ने वाले देवाने पुल के पानी में डूबने की आशंका जाहिर की गई है। खेड़ कस्बे से देवाने ब्रिज को जोड़ने वाला मार्ग पहले ही जलमग्न हो चुका है। भारी बारिश के चलते भिवंडी शहर और ग्रामीण क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। खादीपार इलाका जलमग्न हो चुका है। यहां पर 3 से 4 फीट तक पानी भरा हुआ है। घरों के अंदर पानी भर रहा है। कल्याण इलाके में भी तेज बारिश हो रही है। यहां उल्हास नदी का जलस्तर बढ़ा तो कल्याण-नगर मार्ग पर रायता पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। इसी के साथ मुंबई-गोवा हाईवे भी बंद कर दिया गया है। नदी का पानी सड़कों पर पलटने के कारण राजमार्ग पर बोरघर बस स्टॉप पर यातायात बंद कर दिया गया है। इस तरह महाराष्ट्र में लगातार बारिश होने से नदियों का जल स्तर बढ़ा है और हालात चिंताजनक बने हुए हैं। शासन-प्रशासन बारिश थमने और नदियों का जल स्तर कम होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि प्रभावितों तक मदद पहुंचाई जा सके और हालात सामान्य किए जा सकें।