नई दिल्ली। भारत का लगभग पूरा हिस्सा काड़के की ठंड और कोहरे की चपेट में हैं। उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर, यूपी और हिमाचल और कई पूर्वी राज्यों में घुप कोहरे के साथ दिन की शुरुआत हो रही है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी तो मैदान में ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। इस बीच मौसम विभाग ने बारिश की भी भविष्यवाणी की है। दो दिन जम्मू कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड में बारिश हो सकती है। जबकि, तीन दिनों तक एमपी, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कई इलाके बारिश से भीग सकते हैं। मौसम विभाग ने दक्षिणी हिस्से में भी बारिश की भविष्यवाणी की है। तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी सहित दक्षिण भारत के कई हिस्सों में अगले दो दिन भारी बारिश हो सकती है।मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए भी अलर्ट और एक सलाह जारी की है। आज दक्षिण अंडमान सागर में न जाने की सलाह दी है। सलाह में यह भी कहा गया है कि मछुआरों को शुक्रवार तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में और दक्षिण-पश्चिम और निकटवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जाना चाहिए। भारत की कई हिस्सों में हल्की बारिश तो कहीं तेज बारिश होने की भी खबरें आ रहीं है। कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच मौसम विभाग का कहना है कि मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम है। मौसम कार्यालय ने कहा है कि गुरुवार तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ छिटपुट गरज के साथ बारिश होने की भी संभावना है। तीन दिनों में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में भी बारिश होगी।
आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है। गुरुवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सुबह के समय अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। अगले तीन दिनों के दौरान असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है। भले ही ठंड और बारिश से कुछ परेशानियां हुई हों लेकिन जानकारों का मानना है कि इस मावठे से किसान खुश हैं और फसल के लिए मावठा काफी जरुरी है। बगैर मावठे के गुणवत्तायुक्त फसल का होना काफी कठिन होता है। इसके अलावा दिल्ली में भी बेहद खुशी है। वजह ये है कि यहां प्रदूषण काफी हद तक कम हुआ है। दिल्ली का दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सोमवार को 395 से सुधार होकर मंगलवार को 312 हो गया।केंद्र सरकार ने मंगलवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार के बाद उपायों में ढील देने के आदेश दिए हैं। घरेलू निर्माण कार्यों पर रोक हटा दी है। इसके साथ ही पेट्रोल और डीजल कारों पर से भी पाबंदी हटा दी गई है।